टेलटाउन मल्टीमीडिया साहित्य | TaleTown Multimedia Sahitya
टेलटाउन.ऑर्ग - दुनिया का पहला मल्टीमीडिया बहुभाषी साहित्य। विश्व के पहले मल्टीमीडिया हिन्दी कथा कहानी किस्से, राजीव वाधवा का अकेला प्रामाणिक कथासंग्रह
-
मेरी मेहनत का फल
मेरी मेहनत का फल मुझे लाभ क्यों न दे?
कर्मचारी उद्देश्य, प्रशंसा और आर्थिक प्रोत्साहन से प्रेरित होते हैं|
कार्यकर्ता प्रेरणा पर बोधकथा
-
मैं खुशी चाहता हूँ
“मैं खुशी चाहता हूँ,” एक आदमी ने कभी बुद्ध से कहा था|
चाइना पीक से नैनीताल को निहारते रोष को, बुद्ध दे जाते हैं खुशी और सुकून के राज़|
-
ये भी रहेगा नहीं
बोधकथा: ये भी रहेगा नहीं
शाकिर ने फकीर को सिखा दिया कि इंसान के वक़्त का उसकी नेकी बदी से कोई लेना देना नहीं|
वक़्त का काम है बदलना|
-
रेत के किले
रेत के किले बनाते बालकों को लहरें सिखा देती हैं जल्दी, कि किले बनाना आसान है, बनाकर उन्हें बचाए रखना मुश्किल|
बड़े होने पर ये भूल क्यों जाते हैं हम?
-
रोटी की खोज
रोटी की खोज में भागी फिरती है दुनिया, गुरदास मान अपनी सुन्दर पंजाबी कविता ‘रोटी मगर’ में गाते हैं, लेकिन फिर भी सलीके से जिया जा सकता है|
कैसे?
-
रोमांचक पीरियड
मज़ेदार कहानी: रोमांचक पीरियड
ब्रिटिश सरकार के नॉर्दर्न रॉक बैंक को विफल न होने देने के आश्वासन से रोष रोमांचित है|
ईशा को दूसरे मज़ाक पसंद हैं ज़्यादा|
-
लाइन में लग
मज़ेदार कहानी: लाइन में लग
जीवन को पूर्णता की नहीं, प्रेम की ज़रूरत है|
प्रेम सही व्यक्ति मिलने से नहीं, मिले व्यक्ति को सही से समझने से उपजता है|
-
लियो टॉलस्टॉय
लियो टॉलस्टॉय ने गाँधी को प्रभावित कर भारत के अहिंसक प्रतिरोध आंदोलन को दिशा दी|
उपन्यास ‘वार एंड पीस’ (युद्ध और शांति) के रूसी लेखक, दार्शनिक और राजनीतिक विचारक काउंट लेव निकोलायेविच तालस्तोय...
-
वफादार बीवी
मज़ेदार कहानी: वफादार बीवी
चुटकुला एक कंजूस के बारे में, जो मर कर अपनी सारी दौलत के साथ दफ़न होना चाहता था, पर अपनी चतुर पत्नी से मात खा गया|
-
विदूषक की वापसी
मज़ेदार कहानी: विदूषक की वापसी
हाथी के चुटकुलों वाली हास्य कथा|
हाथी के बारे में होश की जिज्ञासाओं का जवाब हाथी के लतीफे सुनाकर देता है रोष|
-
वैलेंटाइन के जल्वे
मज़ेदार कहानी: वैलेंटाइन के जल्वे
ऑकलैंड के एक रेस्तरां में बफ़े खाने पहुँचा रोष कालीन, फानूस, फूल, खुशबु, संगीत, सुंदरियाँ देखकर मस्त हो गया...
-
शराब पीने दे मस्जिद में
बोध कथा: शराब पीने दे मस्जिद में
कहाँ बैठ कर पी जाये शराब?
इसपर ग़ालिब, मीर, इकबाल, फराज़ और वसी की उर्दू शायरी लिए एक मज़ेदार कहानी
-
शून्यता
क्या है शून्यता?
दिलचस्प ये है कि निशब्द को समझने-समझाने के लिए भी शब्दों की ज़रूरत पड़ रही है| कैसी प्रोग्रामिंग हो गयी है हमारी?
एक काव्यात्मक बोधकथा...
-
संजीवनी विद्या
असुर गुरु शुक्राचार्य संजीवनी विद्या जानते थे| मृत संजीवनी मंत्र, जिससे मुर्दे फिर जी उठें|
देवयानी के लिए मृत कच को बार-बार पुनर्जीवित करने की हिंदू पौराणिक कथा
-
संदर्श समझ लो
दिलचस्प कहानी: संदर्श समझ लो
पढ़ाई इतनी मुश्किल क्यों होती है? काम इतने मुश्किल क्यों लगते हैं? मार्केटिंग आसान कैसे करें?
परिपेक्ष्य पकड़ लो
-
सनी कैसे न?
आध्यात्मिक कहानी: सनी कैसे न?
बरसात की एक अँधेरी रात में कबीर अपनी पत्नी माई लोई को एक साहूकार के पास ले चला ताकि वो उसके साथ सोकर अपना कर्ज़ उतार ले
-
सब्ज़ियों को भाप कैसे दें?
सब्ज़ियों को भाप कैसे दें?
राज़ स्वस्थ, स्वादिष्ट, सुर्ख-रंग, करारी सब्ज़ियाँ पकाने के|
रेसिपी व टिप्स स्वाद व पौष्टिकता सुधारने की
-
संभाल के ड्राइव करो
जानकारीपूर्ण कहानी: संभाल के ड्राइव करो
अपनी व अपने वाहन की, सड़क व ट्रैफिक की हालत के मुताबिक कैसे कार चलाएँ?
अच्छी ड्राइविंग की टिप्स
-
साहब, सेब और राधेश्याम
मज़ेदार कहानी: साहब, सेब और राधेश्याम
हास्य कवि अरुण जैमिनी के लाजवाब लतीफे और विनोदी कविता
म्हारा हरियाणा के रोहित शर्मा की ज़ुबानी
-
सिक्के के दो पहलु
सिक्के के दो पहलु - हेड व टेल की तरह, आदमी के भी दो पहलु होते हैं - अच्छाई और बुराई|
अच्छे-बुरे लोग नहीं होते, अच्छी-बुरी हमारी नज़र होती है|
पृष्ठ 6 का 7