बोध कथा | Bodh Katha | Wisdom Story In Hindi
बोध कथा (Bodh Katha, Wisdom Story In Hindi) – अंतर्दृष्टि लिए प्रज्ञावान बोधकथाएँ, बोधप्रद कहानियाँ, बोधगम्य प्रसंग, बुद्धिमता की कहानियाँ और अक्लमंदी के किस्से
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जीवन व्यर्थ
यदि मंज़िल पाए बिना जाना, जीवन व्यर्थ हो जाना है, तो ध्येय पाकर जाना भी तो जाना ही है|
क्या जीवन के कर्म-चेष्टा, रेत के घरौंदे बनाने जैसे हैं बस?
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जीवन-दीक्षा
बच्चों के लालन-पालन के प्रश्नों में उलझी एक आध्यात्मिक कहानी
“जीवन-दीक्षा के आगे मेरी दीक्षा तुच्छ है, तेरी कृतियों पर मेरे हस्ताक्षर छोड़ देगी,” ये कह चित्रकार पिता ने अपने ही पुत्र को दीक्षा नहीं दी|
माँ-बाप न सिखाएँ, दिशा ने दें, तो बच्चे क्या सीख पाएँगे?
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ज़ुबान पर काबू रखो
किरदार बनाओ और ज़ुबान पर काबू रखो, तो ऋषि दुर्वासा की तरह, तुम्हारे शब्द भी तलवार से अधिक धारदार हो जायेंगे| वे दुनिया को हिला सकेंगे, इतिहास बना सकेंगे|
दुर्वासा ऋषि के श्राप की बोधप्रद हिन्दू पौराणिक कथा, रोष की ज़ुबानी
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जोखिम प्रबंधन
जोखिम प्रबंधन के लिए रिस्क मैनेज करो| कैसे?
परिहार्य अनावरण रोको, क्योंकि बिज़नेस हो या जीवन, रिस्क कम तो किया जा सकता है, पर पूरी तरह खत्म नहीं|
रिस्क मैनेजमेंट सिखाती रोष की मज़ेदार कहानी
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झीनी चदरिया
बोधकथा: झीनी चदरिया
कबीर कहते हैं शरीर आत्मा की चादर है| निर्मल मिलती है, हम मैला कर देते हैं| जतन से कैसे ओढ़ें?
मशहूर कविता का भावार्थ व अनुवाद
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तुम पत्ता हो या जड़?
बोधकथा: तुम पत्ता हो या जड़?
जीवन में आये लोगों की, एक पेड़ के हिस्सों से तुलना व उनका वर्गीकरण:
पत्ता लोगों, शाखा लोगों और जड़ लोगों में
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तेल कैसे जाँचें?
कार केयर टिप्स पर ज्ञानवर्धक कहानी: तेल कैसे जाँचें?
क्या देखें, कहाँ देखें? तेल भरें कैसे? कौनसा?
नियमित जाँच न करने से इंजन का क्या होगा?
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दुनिया से क्या यारी?
हमन की दुनिया से क्या यारी, कबीर सिखाते हैं, हमन हैं इश्क मस्ताना|
बेड़ा पार तो इश्क ही करायेगा, पर राह नाज़ुक है ज़िन्दगी की|
तो कैसे चलें?
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दुर्वासाओं को संभालें कैसे?
दुर्वासाओं को संभालें कैसे? इंद्र को ऋषि दुर्वासा के श्राप की हिंदु पौराणिक कहानी|
कुछ लोग जल्दी बुरा मान जाते हैं, कुछ चिड़चिड़े होते हैं, कुछ हिंसक स्वभाव के, और कुछ के साथ तो रहना ही दूभर होता है| उनके साथ कैसे निभाएँ जिन्हें आप पसंद नहीं करते?
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देवयानी और कच
हिन्दू पौराणिक कथा देवयानी और कच में, क्या कच को देवयानी से ब्याह करना चाहिए था?
जेनेटिक इंजीनियरिंग गज़ब की संजीवनी विद्या है, पर मनुष्यों के क्लोन बनाने या मृत को पुनर्जीवित करने के लिए किसी का अंश किसी और में रोपित करने से पारिवारिक रिश्ते बदल सकते हैं|
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दौलत देगी सुराग
दौलत देगी सुराग, रोष ने सोचा, कि दुनिया-भर में बढ़ता ऋण व करेंसी छपाई भविष्य को कहाँ ले जायेंगे?
म्यूजिकल चेयर के इस खेल में उसे क्या करना चाहिए?
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ध्यान रखने वाला पति
हास्य कथा: ध्यान रखने वाला पति
एक पतिव्रता ने अपने दिवंगत पति की अंतिम 3 इच्छाएँ कैसे पूरी कीं?
नारी मन को समझने के प्रयास में एक मज़ेदार कहानी
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निशानची
मार्मिक कथा: निशानची
आयरिश रिपब्लिकन और फ्री स्टेटर्स के बीच 1920 के दशक में हुए गृहयुद्ध पर लियम ओ’फ्लेहेर्टी की कहानी ‘द स्नाइपर’ का हिंदी अनुवाद
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नेक सामरी
आध्यात्मिक कहानी: नेक सामरी
अच्छा बनने में खतरा है| तो इस पुनरुक्त ईसाई दृष्टांत में यीशु का सन्देश क्या था?
हमारे जीवन में धर्म का क्या उद्देश्य है?
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पत्नी 1.0
मज़ेदार कहानी: पत्नी 1.0
हाल ही में प्रेमिका 7.0 से पत्नी 1.0 पर अपग्रेड किया?
मदद चाहिए! माशूका 8.0 या बीवी 2.0 लाने से समस्या नहीं सुलझेगी...
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पूरक रिश्ते
हास्य कथा: पूरक रिश्ते
मज़ाकिया समीकरणों से सत्य देव सिद्ध करता है कि आदमी कमाता इसलिए है ताकि उसकी औरत खर्च कर सके!
फिर दोनों को गधा साबित भी करता है...
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पैराशूट पैकर
क्या हम अपने पैराशूट पैकर को जानते हैं?
जीवन में कौन-कौन हमारा पैराशूट हमारे लिए पैक करता है?
आभारी होने व उनका शुक्रिया अदा करने पर एक दिलचस्प बोधकथा
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फूटा पात्र
फूटा पात्र भी उपयोगी हो सकता है|
हम सब फूटे घड़े हैं, फिर भी उपयोगी होने का प्रयास कर सकते हैं।
आदर्श पात्र न बन पाने पर भी हमारे होने का औचित्य है|
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बंदर, बकरी और बाज़ार
बिज़नेस की दिलचस्प कहानी: बंदर, बकरी और बाज़ार
मार्केट गिरे, तो क्या करना चाहिए?
बेतुके मूल्य चुकाने ही हैं, तो बन्दर नहीं, बकरी खरीदो|
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बिज़नेस कैसे होता है?
मज़ेदार कहानी: बिज़नेस कैसे होता है?
ईशा रोष को रिश्तों का मनोविज्ञान और स्मार्ट व व्यवहार कुशल होना सिखाती है, पर कोई समाधान सम्पूर्ण नहीं...
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