बोध कथा | Bodh Katha | Wisdom Story In Hindi
बोध कथा (Bodh Katha, Wisdom Story In Hindi) – अंतर्दृष्टि लिए प्रज्ञावान बोधकथाएँ, बोधप्रद कहानियाँ, बोधगम्य प्रसंग, बुद्धिमता की कहानियाँ और अक्लमंदी के किस्से
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कार टायर प्रेशर कैसे जाँचें?
कार टायर प्रेशर कैसे जाँचें? कार की देखभाल और बुनियादी रखरखाव की टिप्स वाली जानकारीपूर्ण कहानी|
टायर प्रेशर कितना रखना चाहिए, ये टायर के आकार प्रकार पर नहीं, आपकी ड्राइविंग स्पीड और वाहन में लोड पर निर्भर करता है|
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कार टायर में हवा कैसे भरें?
कार केयर टिप्स पर कहानी: कार टायर में हवा कैसे भरें? कब, कहाँ, क्या, कितनी, क्यों?
रोष कार के बुनियादी रखरखाव में टायर में हवा भरना और टायर प्रेशर या टायर दबाव के बारे में सिखाता है।
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कार बैटरी की देखभाल
कार बैटरी की देखभाल सरल व आसान है|
बैटरी के बुनियादी रखरखाव की टिप्स वाली जानकारीपूर्ण कहानी|
कब, कहाँ, क्यों, क्या व कैसे करें देखभाल?
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काल चिन्तन 2017
काल चिन्तन 2017 में, पारिवारिक वित्त की दिशा निर्धारण के लिए, रोष परिवहन से स्वास्थ्य तक के विविध क्षेत्रों में टेक्नोलॉजी के उपयोग पर मनन करता है|
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कीवी दौलत घरों में
कीवी दौलत घरों में केन्द्रित होना चिन्ता का विषय हो सकता है, पर इसी कारण पिछले दशक भर समृद्धि लाने में दुनिया में सबसे आगे रहा न्यूज़ीलैंड...
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कुत्ते की लाइफ
कुत्ते की लाइफ हो जाती है अगर तमाशबीनों को चमत्कृत करने के बावजूद मालिक की उम्मीद पे खरे नहीं उतरो|
कहानी एक चमत्कारी कुत्ते के दुत्कारे जाने की...
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कैद बेटा
एक कैद बेटा जेल में रह कर भी अपने पिता की समस्याएँ सुलझा देता है|
जहाँ चाह, वहाँ राह|
हम अपने दिलों की दूरी से जुदा होते हैं, शरीरों की दूरी से नहीं|
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कोई दोस्त है न रकीब
बोधकथा: कोई दोस्त है न रकीब है
- जगजीत सिंह की गाई, राणा सहरी की गज़ल के तर्जुमा के साथ, और
- सचिन लिमये की गाई ‘न सुबूत है’ के अनुवाद व मतलब के साथ
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क्या कैंसर रोग नहीं
क्या कैंसर रोग नहीं?
कैंसर बीमारी हो या सिर्फ दोष, मुद्दा तो है, क्योंकि कैंसर कोशिकाएँ गैर-कैंसर कोशिकाओं के लिए बना ग्लूकोस चुरा लेती हैं
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खबर रखो
खबर रखो, व्यापार और जीवन में अवसर पहचानने के लिए|
बिज़नेस मैनेजमेंट सीखना आसान बनता है, जब सनी पादरी के चुटकुले से जानकारी रखने के फायदे समझाता है...
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गीत को उठने दो
गीत को उठने दो, साज़ को छिड़ जाने दो|
ओशो के गीत वाकई सम्भोग से समाधि तक पहुँचाते है|
एक काव्यात्मक बोधकथा, जो एक काव्यात्मक प्रेमकथा बन गयी
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गुस्सैल बुद्ध
बालकथा: गुस्सैल बुद्ध
वियतनामी ज़ेन मास्टर थिच नहत हन कहते हैं कि गुस्सा सचेतनता से काबू आता है कोरी लफ्फाज़ी से नहीं।
थिच न्हात हान की बौद्ध कहानी
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घोड़ा और बकरी
घोड़ा और बकरी का मज़ेदार किस्सा बिज़नेस मैनेजमेंट जगत का एक दिलचस्प, बोधप्रद सबक देता है|
कॉर्पोरेट दुनिया में बचे रहना है, तो अपने आकाओं को...
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चला लूँ गाड़ी?
हास्य कथा: चला लूँ गाड़ी?
बच्चों को न कैसे कहें?
पादरी के लड़के को बाल कटवाने की शर्त पर, बाप की कार चलाने के लिए मिलनी थी| मज़ेदार बाइबिल चुटकुला...
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चार मोमबत्तियाँ
चार मोमबत्तियाँ जीवन को प्रकाशमान किये थीं|
तीन के बुझने से अँधेरा बढ़ा तो बालक डर गया|
लेकिन आशा बाकी थी, जिसने शान्ति, विश्वास व प्रेम को...
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चिंता-गुड़िया ले लो
चिंता-गुड़िया ले लो, स्ट्रेस मैनेज करना है तो|
स्ट्रेस रिलीफ टिप्स से भरी बोधकथा, कि कैसे ग्वाटेमाला के स्वदेशी पूर्वजों ने, अपने लिए चिन्ता करने वाली चिन्ता गुड़िया बनाकर, तनाव से मुक्ति पाना सीखा|
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छल्ला की कहानी
छल्ला की कहानी
पंजाबी लोकगीत ‘छल्ला’ के संस्करणों का अनुवाद मल्लाह के मृत पुत्र, प्रेमी की अंगूठी, और पंजाब के समकालीन मसलों के सन्दर्भ में
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जड़ें जमाने दो
जड़ें जमाने दो, अगर उन्हें मज़बूत दरख़्त बनाना चाहते हो|
बच्चों की बेहद चिंता करने वाले अभिभावकों के लिए बोधकथा|
जींस पर भरोसा रखो और बालकों को जी लेने दो|
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जय जगदीश हरे
फिल्म आनंदमठ के गीत 'जय जगदीश हरे' के बोलों का ऐतिहासिक, अध्यात्मिक व व्यावहारिक अर्थ|
अपना जीवन कैसे जियें आज?
आस्था सहित, निर्भय कर्म करते!
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जागृति
बोधकथा: जागृति
जागती वाईताकरे पर्वतमाला को देखता, होश सोचता है कि क्या ये प्यार नहीं जो हमें शान्ति दिलाता है, अपने आस-पास बिखरे अजूबे दिखाता है?
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