टेलटाउन मल्टीमीडिया साहित्य | TaleTown Multimedia Sahitya
टेलटाउन.ऑर्ग - दुनिया का पहला मल्टीमीडिया बहुभाषी साहित्य। विश्व के पहले मल्टीमीडिया हिन्दी कथा कहानी किस्से, राजीव वाधवा का अकेला प्रामाणिक कथासंग्रह
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खीरे का रायता
पाककला टिप्स पर कहानी: खीरे का रायता
झटपट बनने वाली एक अच्छी, सरल, सस्ती, स्वस्थ डिश है खीरा रायता|
कई तरह से बनाना सीखें विभिन्न स्वादों के लिए
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ख्वाहिशें
मज़ेदार ख्वाहिशें मन की गहराइयों से बटोर लाये रोष के शब्द, जब ईशा ने कविता की बेमौसम फरमाइश की|
'घोड़े को बना दे Audi तू, बन्दर को पिला दे पैमाना...'
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गीत को उठने दो
गीत को उठने दो, साज़ को छिड़ जाने दो|
ओशो के गीत वाकई सम्भोग से समाधि तक पहुँचाते है|
एक काव्यात्मक बोधकथा, जो एक काव्यात्मक प्रेमकथा बन गयी
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गुस्सैल बुद्ध
बालकथा: गुस्सैल बुद्ध
वियतनामी ज़ेन मास्टर थिच नहत हन कहते हैं कि गुस्सा सचेतनता से काबू आता है कोरी लफ्फाज़ी से नहीं।
थिच न्हात हान की बौद्ध कहानी
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घोड़ा और बकरी
घोड़ा और बकरी का मज़ेदार किस्सा बिज़नेस मैनेजमेंट जगत का एक दिलचस्प, बोधप्रद सबक देता है|
कॉर्पोरेट दुनिया में बचे रहना है, तो अपने आकाओं को...
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चला लूँ गाड़ी?
हास्य कथा: चला लूँ गाड़ी?
बच्चों को न कैसे कहें?
पादरी के लड़के को बाल कटवाने की शर्त पर, बाप की कार चलाने के लिए मिलनी थी| मज़ेदार बाइबिल चुटकुला...
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चार मोमबत्तियाँ
चार मोमबत्तियाँ जीवन को प्रकाशमान किये थीं|
तीन के बुझने से अँधेरा बढ़ा तो बालक डर गया|
लेकिन आशा बाकी थी, जिसने शान्ति, विश्वास व प्रेम को...
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चिकन या मछली मेरिनेट
चिकन या मछली मेरिनेट आसानी से बनाना सीखें|
सरलता, शीघ्रता व ठीक से कैसे मेरिनेट करें चिकन या मछली?
पूरे व्यंजन को एक-सा स्वाद दें|
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चिंता-गुड़िया ले लो
चिंता-गुड़िया ले लो, स्ट्रेस मैनेज करना है तो|
स्ट्रेस रिलीफ टिप्स से भरी बोधकथा, कि कैसे ग्वाटेमाला के स्वदेशी पूर्वजों ने, अपने लिए चिन्ता करने वाली चिन्ता गुड़िया बनाकर, तनाव से मुक्ति पाना सीखा|
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छल्ला की कहानी
छल्ला की कहानी
पंजाबी लोकगीत ‘छल्ला’ के संस्करणों का अनुवाद मल्लाह के मृत पुत्र, प्रेमी की अंगूठी, और पंजाब के समकालीन मसलों के सन्दर्भ में
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छोला हम्मस
पाककला टिप्स पर कहानी: छोला हम्मस
ईशा बनाना सिखाती है छोले की डिप हम्मस|
एक फटाफट बन जाने वाली, सरल, जग प्रसिद्ध, मध्य पूर्वी प्यूरी|
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जड़ें जमाने दो
जड़ें जमाने दो, अगर उन्हें मज़बूत दरख़्त बनाना चाहते हो|
बच्चों की बेहद चिंता करने वाले अभिभावकों के लिए बोधकथा|
जींस पर भरोसा रखो और बालकों को जी लेने दो|
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जय जगदीश हरे
फिल्म आनंदमठ के गीत 'जय जगदीश हरे' के बोलों का ऐतिहासिक, अध्यात्मिक व व्यावहारिक अर्थ|
अपना जीवन कैसे जियें आज?
आस्था सहित, निर्भय कर्म करते!
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जागृति
बोधकथा: जागृति
जागती वाईताकरे पर्वतमाला को देखता, होश सोचता है कि क्या ये प्यार नहीं जो हमें शान्ति दिलाता है, अपने आस-पास बिखरे अजूबे दिखाता है?
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जीरा - मास्टर मसाला
जीरा - मास्टर मसाला
ईशा होश को इस हजारों साल पुराने जादुई मसाले जीरे के राज़ बताती है, जो स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी अच्छा है|
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जीरा बासमती
पाककला टिप्स पर कहानी: जीरा बासमती
ईशा सिखाती है कि बासमती चावल की बेहतर सुगंध, स्वाद और स्वरूप को बनाए रखने के लिए इन्हें ठीक से कैसे पकाएँ|
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जीवन व्यर्थ
यदि मंज़िल पाए बिना जाना, जीवन व्यर्थ हो जाना है, तो ध्येय पाकर जाना भी तो जाना ही है|
क्या जीवन के कर्म-चेष्टा, रेत के घरौंदे बनाने जैसे हैं बस?
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जीवन-दीक्षा
बच्चों के लालन-पालन के प्रश्नों में उलझी एक आध्यात्मिक कहानी
“जीवन-दीक्षा के आगे मेरी दीक्षा तुच्छ है, तेरी कृतियों पर मेरे हस्ताक्षर छोड़ देगी,” ये कह चित्रकार पिता ने अपने ही पुत्र को दीक्षा नहीं दी|
माँ-बाप न सिखाएँ, दिशा ने दें, तो बच्चे क्या सीख पाएँगे?
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ज़ुबान पर काबू रखो
किरदार बनाओ और ज़ुबान पर काबू रखो, तो ऋषि दुर्वासा की तरह, तुम्हारे शब्द भी तलवार से अधिक धारदार हो जायेंगे| वे दुनिया को हिला सकेंगे, इतिहास बना सकेंगे|
दुर्वासा ऋषि के श्राप की बोधप्रद हिन्दू पौराणिक कथा, रोष की ज़ुबानी
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जोखिम प्रबंधन
जोखिम प्रबंधन के लिए रिस्क मैनेज करो| कैसे?
परिहार्य अनावरण रोको, क्योंकि बिज़नेस हो या जीवन, रिस्क कम तो किया जा सकता है, पर पूरी तरह खत्म नहीं|
रिस्क मैनेजमेंट सिखाती रोष की मज़ेदार कहानी
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