कबीर कथा | Kabir Katha | Kabir Story In Hindi
कबीर कथा (Kabir Katha, Kabir Story In Hindi) - सूफी संत कबीर दास की कहानियाँ, जिनमें है कबीर के दोहे, कबीर के पद, कबीर दर्शन, कबीर चौरा, कबीर की वाणी, कबीर साखी
-
झीनी चदरिया
बोधकथा: झीनी चदरिया
कबीर कहते हैं शरीर आत्मा की चादर है| निर्मल मिलती है, हम मैला कर देते हैं| जतन से कैसे ओढ़ें?
मशहूर कविता का भावार्थ व अनुवाद
-
दुनिया से क्या यारी?
हमन की दुनिया से क्या यारी, कबीर सिखाते हैं, हमन हैं इश्क मस्ताना|
बेड़ा पार तो इश्क ही करायेगा, पर राह नाज़ुक है ज़िन्दगी की|
तो कैसे चलें?
-
सनी कैसे न?
आध्यात्मिक कहानी: सनी कैसे न?
बरसात की एक अँधेरी रात में कबीर अपनी पत्नी माई लोई को एक साहूकार के पास ले चला ताकि वो उसके साथ सोकर अपना कर्ज़ उतार ले
-
सिक्के के दो पहलु
सिक्के के दो पहलु - हेड व टेल की तरह, आदमी के भी दो पहलु होते हैं - अच्छाई और बुराई|
अच्छे-बुरे लोग नहीं होते, अच्छी-बुरी हमारी नज़र होती है|