बच्चों की कहानियाँ
अरेबियन नाइट्स किस्से: अली बाबा और 40 डाकू - 01
घबराये अलीबाबा ने खतरे में छिपा अवसर तो देखा, पर डरा आदमी हिम्मत करे तो कैसे?
पहला भाग ...
अरेबियन नाइट्स किस्से: अली बाबा और 40 डाकू 03
कासिम की सयानी बीवी अलीबाबा का भेद जान गई|
दौलत को लेकर भाइयों में छिड़ गई, भरोसा खो गया|
फूटा पात्र भी उपयोगी हो सकता है|
हम सब फूटे घड़े हैं, फिर भी उपयोगी होने का प्रयास कर सकते हैं।
आदर्श पात्र न बन पाने पर भी हमारे होने का औचित्य है|
बाल कथा: एक शरीर में कितने दो?
हड्डीदार जीवों की देह का समरूप विकास हुआ| सृजन में दो का राज़ क्या है?
शरीर के जोड़ीदार अंगों के नाम क्या हैं?
बच्चों की मज़ेदार कहानी: पाँच छोटे बन्दर
‘पांच छोटे बंदर’ नामक एक पुरानी नर्सरी कविता गाकर, रोष होश को पांच से एक तक की उल्टी गिनती सिखाता है|
बालकथा: गुस्सैल बुद्ध
वियतनामी ज़ेन मास्टर थिच नहत हन कहते हैं कि गुस्सा सचेतनता से काबू आता है कोरी लफ्फाज़ी से नहीं।
थिच न्हात हान की बौद्ध कहानी
पुनरुक्त अरेबियन नाइट्स किस्से: अली बाबा और 40 डाकू 21
बदले की प्यास लिए, डाकुओं का सरदार शहर लौट आया|
और सौदागर ख्वाजा हसन बन गया...
अरेबियन नाइट्स किस्से: अली बाबा और 40 डाकू 17
मरजीना अपनी साहसी योजना को अंजाम देती है|
होश जले के परिणाम व इलाज के बारे में बताता है|
ज़्यादातर बोझ जिन्हें हम ढोते रहते हैं, वे बोझ मन के होते हैं|
दो बौद्ध भिक्षुओं की कहानी|
वृद्ध भिक्षु ने असहाय लड़की की मदद तो की, पर उसे वहीं छोड़ आया...
पुनरुक्त अरेबियन नाइट्स किस्से: अली बाबा और 40 डाकू 19
मरजीना को अपनी गुलामी से आज़ाद कर, अलीबाबा 37 लाशें चुपचाप ठिकाने लगाने में लगा...